
जयकारों के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओ ने लगाई सप्तकोसी परिक्रमा
रिपोर्टर मनमोहन गुप्ता कामां 9783029649
कामवन धाम की कण कण में यहां झलक रही है लीला राधेश्याम की
तत्र कामसरो देवि गोपिका श्मणं सर: गया गदाधर स्तम वसंति पितर: प्रिये जा कामवन में है पितृश्वरों को मोक्ष करने वाले गदाधर भगवान विराजमान हैं
ऐसो हमारो ये कामवन धाम है
कामां डीग जिले के कस्वा कामां कामवन धाम की 24 वीं सत्तकोसी परिक्रमा 7 सितम्बर रविवार को प्रातः 6 बजे मन्दिर श्री राधावल्लभ जी से प्रारम्भ हुई आदि वृन्दावन कामवन धाम कामां की एक दिवसीय सप्तकोसी परिक्रमा जो हर महीने की पूर्णिमासी पूणों को लगाई जाती है कामवन धाम हमारा आदि वृन्दावन है इस स्वरूप को पुनः लाने का हमारा और आपका यह अनुठा प्रयास है और यह आपका प्रयास कामवन धाम को पुनः वृन्दावन स्वरूप में लाने का उद्देश्य से यह परिक्रमा प्रारंभ हुई राधावल्लभ जी मन्दिर वर्तमान सेवायत अधिकारी आशुतोष कौशिक नूनू पण्डित ने वचन लिया बनवारी सोनी ताराचंद यादव राजू अरोड़ा रिंकू भोला बाबा राजू भगत सियाराम राजवीर गुर्जर हेतराम लोधा अशोक मीणा बृजेश तिवारी कन्हैया भगत जी और आप सभी के सहयोग से मन्दिर राधाबल्लभ जी से प्रातः 6 बजे प्रारंभ होकर मदनमोहन जी चन्द्रमा जी बाऊजी मौहल्ला वृन्दा देवी से लाल दरवाजा मुख्य बाजार नगर पालिका से करतार कांलोनी पथवारी मन्दिर से डाक बंगला स्थित मां कालकाजी से डीग रोड तीर्थों का राजा तीर्थराज विमल कुंड से यशोदा पंचवटी सेतुबंध लंका रामेश्वर महादेव लुक लुक कुण्ड से चरण पहाड़ी से नीचे उतरकर धेरे वाली चामुंडा देवी बावन भैरों से घिसलनी शीला गांव करावटा से होते हुए भोज बिहारी भोजन थाली से नौनेरारोड अम्बेडकर चौराहे से जाहरवीर गोगा जी मन्दिर से चुग्गी दिल्ली दरवाजा से नगर सदन काजीपाडा लक्कड़ बाजार त्रिकुटीया बाजार से लाल दवाजा मेंन बाजार सब्जी मंडी नगर पालिका होते हुए वापिस दोपहर 1 बजे पदयात्रा मन्दिर राधावल्लभ जी पोहुचकर समापन हुई जिसका कस्बेवासियों ने जगह-जगह किया गया भव्य स्वागत सम्मान